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एक्शन: खनिज-PCB की टीम ने तीन क्रेशरों पर जड़ा ताला, नियमों को रख रहे थे ताक पर

रीवा। रीवा एवं मऊगंज जिले के कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां संचालित हो रहे क्रेशर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों का पालन नहीं कर रहे। इनसे निकलने वाला प्रदूषण जानलेवा साबित हो रहा है और आसपास के रहवासी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। यह पूरा मामला कलेक्टर मऊगंज के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने टास्क फोर्स का गठन किए जाने के निर्देश दिए। जिसके बाद टीम ने बुधवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए तीन क्रेशरों पर ताला जड़ दिया है। इस कार्रवाई के बाद क्रेशर संचालकों में हड़कम्प मचा है। जहां एक ओर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने क्रेशर संचालकों के लिए प्रदूषण कम करने व आसपास के रिहायशी इलाकों में हो रहे संचालन के लिए कई नियम बनाए हैं तो वहीं इन नियमों का पालन होता नजर नहीं आ रहा है।

रीवा एवं मऊगंज क्षेत्र में चल रही पत्थर, पटिया एवं गिट्टी की खदानों सहित क्रेशरों में पीसीबी के नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जाता है। इतना ही नहीं खदान एवं क्रेशर संचालन वाले स्थान के आसपास पेड़ लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं लेकिन क्रेशर संचालक इसका पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में क्रेशरों से निकलने वाली धूल का प्रदूषण लोगों के लिए बीमारी का सबब बन रहा है। मऊगंज के हर्रहा में संचालित होने वाले शिव शक्ति स्टोन क्रेशर, अरुण क्रेशर एवं नीलकंठ स्टोन क्रेशर में टीम ने ताला जड़ दिया है। जब तक दस्तावेज नहीं दुरुस्त कराए जाते और नियमों का पालन नहीं होता, तब तक इन क्रेशरों में संचालन शुरू नहीं हो सकेगा।

संचालकों को दी समझाइश
कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव द्वारा विगत सप्ताह टास्क फोर्स की बैठक में दिए निर्देशों पर संयुक्त जांच टीम गठन किया गया है। खनिज अधिकारी रीवा रत्नेश दीक्षित की अगुवाई में जिला टास्क फोर्स द्वारा मऊगंज जिले की खदानों और क्रेशर की जांच की जा रही है। इसी तारतम्य में बुधवार को खनिज, प्रदूषण, राजस्व विभाग द्वारा ग्राम हरहा में स्थापित तीन स्टोन क्रेशर में प्रदूषण रोकने की व्यवस्था दुरुस्त नहीं पाए जाने पर अवरुद्ध किए गए हैं साथ ही अन्य क्रेशर स्थलों में व्यवस्थाएं पुख्ता करने की समझाइश दी गई है। आगे भी कार्यवाही का दौर चालू रहेगा। कार्यवाही में खनिज प्रदूषण और राजस्व अमला सहित जिला टास्क फोर्स की टीम उपस्थित रही।

बैजनाथ व बनकुइयां में भी नहीं हो रहा पालन
गौरतलब है कि जहां एक ओर मऊगंज जिले में चल रहे क्रेशर नियम विरुद्ध चलते पाए गए तो वहीं रीवा जिले के बैजनाथ, बेला एवं बनकुइयां क्षेत्र में भी इस तरह का संचालन किया जा रहा है। इस मामले में कई बार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने जांच की और विगत दिनों 32 क्रेशरों का बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए थे। हालांकि अब तक बिजली विभाग ने क्रेशरों की बिजली नहीं काटी है। वहीं पीसीबी एवं खनिज टीम की संयुक्त टीम ने कई क्रेशरों में ताला भी जड़ा था किंतु अब वही क्रेशर फिर से संचालित होने लगे हैं।

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