इंटरव्यू में देवड़ा का बड़ा खुलासा: मुझे रोकने नहीं हुई कोशिश, मैं भी था दुविधा, कांग्रेस ने टाइमिंग पर उठाए थे सवाल
नई दिल्ली। बीते दो दिन पहले यानि 14 जनवरी को पूर्व केन्द्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर शिवसेना (एकनाथ शिंदे) गुट का दामन लिया था। तब कांग्रेस ने उनके पार्टी के छोड़ने के समय पर सवाल उठाए थे। दरअसल 14 जनवरी से ही राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की थी। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका था। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि मिलिंद के पार्टी छोड़ने की घोषणा का समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्धारित किया था। वहीं कांग्रेस से इस्तीफा देने के दो दिन बार देवड़ा ने बड़ा खुलासा किया है।
एक इंटरव्यू के दौरान मिलिंद देवड़ा ने खुलासा किया है कि उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की गई। किसी भी नेता का उनके पास फोन नहीं आया। आगे उन्होंने कहा,’मुझे पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का फोन आया था। उन्होंने मुझसे पार्टी में बने रहने की कोई अपील नहीं की। फोन करने वाले वरिष्ठ नेता ने कहा कि मैं राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की लॉन्चिंग वाले दिन पार्टी छोड़ने का ऐलान ना करूं। हालांकि, उनकी इस बात से मुझे काफी तकलीफ हुई और मेरे कांग्रेस से अलग होने के निश्चय को बल मिला। दरअसल कांग्रेस छोड़ने के बाद एक अंग्रेजी अखबार ने देवड़ा का इंटरव्यू लिया था। इस दौरान जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या कांग्रेस छोड़ने से पहले उन्हें रोकने के लिए पार्टी की तरफ से किसी का फोन आया था। सवाल पर उन्होंने यह बात कही।
कांग्रेस छोड़ने के बाद देवड़ा ने खूब तारीफ की थी पीएम मोदी की
गौरतलब है कि दो दिन पहले 14 जनवरी को ही मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर उसी दिन शिवसेना का दामन थाम लिया था। मिलिंद देवड़ा ने कहा था,’बीते 10 सालों में मुंबई में एक भी आतंकी हमला नहीं हुआ। इसका पूरा श्रेय मोदीजी को जाता है। मेरा साथ देने वालों का आभार। यह मेरे लिए आसान फैसला नहीं था। एक बार फिर मुंबई को आर्थिक राजधानी बनाना है। हमें फाइनेंस के मामले में मुंबई को एक बार फिर और मजबूत करना है। यह बहुत गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बहुत सशक्त हुआ है।’
कांग्रेस ने टाइमिंग पर उठाए थे सवाल
बता दें कि देवड़ा के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के समय को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाए थे। पार्टी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू होने से ठीक पहले मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने की घोषणा करने की टाइमिंग पर निशाना साधा था। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि मिलिंद के पार्टी छोड़ने की घोषणा का समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्धारित किया था। एजेंसी के मुताबिक कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि देवड़ा ने शुक्रवार को उनसे फोन पर बात की थी और कहा कि वह मुंबई साउथ लोकसभा सीट पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के दावे पर राहुल गांधी से बात करना चाहते हैं। मिलिंद देवड़ा और उनके पिता मुरली देवड़ा दोनों मुंबई साउथ से सांसद रह चुके हैं।