आर्थिक राजधानी में जल्द दौड़ेगी मेट्रो: गुजरात से 900 KM का सफर तय कर तीन कोच पहुंचे इंदौर, CM ने दी बधाई
सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर इंदौरवासियों को बधाई दी हैं। शिवराज ने में लिखा, इंदौर मेट्रो का सपना साकार होने की दिशा में आज एक और उपलब्धि मिली है। गांधीनगर डिपो में पहली रेलिंग स्टॉक ट्रेन का आगमन हुआ है। सीएम शिवराज ने यह भी लिखा कि सितंबर में ही इसका ट्रायल करना प्रस्तावित है।
इंदौर। मप्र सरकार द्वारा विकास की राह में दूरगामी प्रभाव छोड़ने वाले महत्वपूर्ण कार्यों को मूर्त रूप दिया जाने लगा है। इसी कड़ी में आर्थिक राजधानी इंदौर में भी शुरू की गई मेट्रो ट्रेन परियोजना धरातल पर उतरने लगी है। ऐसा आज गुरुवार को देखने को मिला है। गुजरात से इंदौर पहुंचे मेट्रो ट्रेन के कोच देश के के सबसे स्वच्छ शहर में उतर गए हैं। 900 किलो मीटर की दूरी तय कर 60- 60 टन वजनी तीन कोच इंदौर पहुंचे हैं। कोच के इंदौर पहुंचने पर पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर बधाई दी है। बता दें कि कोच पहुंचने के बाद सितंबर महीने में मेट्रो का ट्रायल रन किया जाएगा।
सांसद शंकर लालवानी ने पूजा अर्चना कर मेट्रो के कोच उतारने की प्रक्रिया संपन्न कराई। इंदौर में मेट्रो के तीन कोच बीती रात इंदौर पहुंचे थे जिन्हे आज विशाल ट्राले से पटरी पर उतारा गया है। वहीं गुरुवार सुबह 11 बजे मेट्रो के पहले कोच को ट्रैक पर भी उतार दिया गया। यहां पहले कोच को 100 मीटर चलाकर देखा गया। उसके बाद दूसरे कोच को लाया गया है। मेट्रो कोच को इंदौर के गांधीनगर मेट्रो डिपो ट्रैक पर रख दिया गया है। तीनों कोचों में यात्रियों की सुख सुविधा के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई है। मेट्रो के डायरेक्टर के मुताबिक ट्रैक का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। कोच आने के बाद अब जल्द ही ट्रायल रन शुरू करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
सीएम ने ट्वीट कर लिखा यह
सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट कर इंदौरवासियों को बधाई दी हैं। शिवराज ने में लिखा, इंदौर मेट्रो का सपना साकार होने की दिशा में आज एक और उपलब्धि मिली है। गांधीनगर डिपो में पहली रेलिंग स्टॉक ट्रेन का आगमन हुआ है। सीएम शिवराज ने यह भी लिखा कि सितंबर में ही इसका ट्रायल करना प्रस्तावित है। सूत्रों के अनुसार यह तारीख 14 सितंबर या उसके बाद की हो सकती है। ट्रेन का ट्रायल रन गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर एरिया के 5.9 किलोमीटर ट्रैक पर होगा। इस रूट पर पांच स्टेशन आएंगे जिनका काम चल रहा है। हालांकि सरकार का दावा है कि जून 2024 तक गांधी नगर से रेडीसन चौराहे का 17 किमी का सफर जून 2024 तक आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
सात दिन पहले चले थे गुजरात से
7 दिन पहले कोच 900 किलोमीटर दूर गुजरात के सांवली स्थित प्लांट से ट्राले पर भेजे गए थे। मंगलवार रात तक कोच इंदौर से 120 किलोमीटर दूर थे और बुधवार रात तक ये दूरी भी पूरी कर ली गई। फिर इन तीनों कोच को बड़े कंटेनर में 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से लाया गया। कोच 60-60 टन वजनी है। गुरुवार को इन्हें पूजा-पाठ कर सीमेंटेड प्लेटफॉर्म पर उतारा गया, उसके बाद रेलवे ट्रैक पर लाकर खड़ा किया गया है। कवर पूरी तरह ढांककर रखा गया है।