रमजान के अलविदा जुमा, Eid al-Fitr पर सामूहिक नमाज नहीं, ये हैं दिशा निर्देश
रमजान का पाक महीना रुखसत होने को है ,कल रमजान उल मुबारक का अलविदा जुमा है । रोजदारों के लिए इस जुमे की एक अलग अहमियत होती है । जमात-ए-इस्लामी हिंद की शरिया काउंसिल ने रमजान के पवित्र महीने के अंतिम दिनों से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए हैं। जमात ने कहा है कि कोरोनावायरस (Coronavirus)की दूसरी लहर(Second wave) के चलते देश भर में कहीं आंशिक तो पूरा लॉकडाउन(Complete lockdown) लगे होने के बीच रमजान के आखिरी जुम्मे और ईद के मौके पर सामूहिक रूप से नमाज अता नहीं फरमाई जाएगी। नमाज की पेशकश करते समय भी मास्क पहने (Wear a mask)और सामाजिक दूरी(Social distance) बनाए रखें। पांच लोग ही मस्जिद में अलविदा नमाज के लिए मौजूद रहें और कोई छठा व्यक्ति नहीं होना चाहिए। ”।
शरिया काउंसिल के सेक्रेट्री मौलाना रजि़युल इस्लाम नदवी ने कहा,अलविदा जुम्मा के लिए कोविड 19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना महत्वपूर्ण है , रमजान का आखिरी जुम्मा (Friday) किसी भी आम जुम्मे की तरह होगा। मौजूदा हालात में, मस्जिदों (Mosques) में होने वाली नमाज के बारे में सरकारी नियमों(Government regulations) का पालन किया जाना चाहिए. । उन्होंने कहा, “जहां कहीं भी स्थानीय अधिकारियों द्वारा अनुमति मिले, वहां नमाज पढ़ें, इबादत करें, मगर मास्क का इस्तेमाल जरूर करें और आपस में दूरी बनाए रखें। जहां कोई अनुमति नहीं मिले तो अगर घर में चार लोग हैं, तो वे शुक्रवार या जोहर (दोपहर) की नमाज घर में ही पेश कर सकते हैं। ” उन्होंने कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर एक दूसरे के घरों में जाने को भी मना किया। रमजान का अलविदा जुमा शुक्रवार, 7 मई को होगा।